सिगरेट की तरह सुलगाई थी; किसीने ज़िन्दगी मेरी
अब जब तक जलती रहेगी; सुकून मिलता रहेगा...
मेरे दर्द को मैं; यूँ ही कैसे बाँट दूँ
उनका दिया हुआ है; दिल मे खिलता रहेगा...
क्या होता हैं इश्क़; कैसे होते है आशिक़
हम याद दिलाते रहेंगे; ज़माना भूलता रहेगा...
अब भी नहीं समझे; बुरी आदत लगी है
जबतक आप न बुझाओ; ये दिल जलता रहेगा...
रोक कर सवाल करने की; कोशिश क्यों हैं आपकी
हमे निकल जाने दो; राज़ तो खुलता रहेगा ...
अब जब तक जलती रहेगी; सुकून मिलता रहेगा...
मेरे दर्द को मैं; यूँ ही कैसे बाँट दूँ
उनका दिया हुआ है; दिल मे खिलता रहेगा...
क्या होता हैं इश्क़; कैसे होते है आशिक़
हम याद दिलाते रहेंगे; ज़माना भूलता रहेगा...
अब भी नहीं समझे; बुरी आदत लगी है
जबतक आप न बुझाओ; ये दिल जलता रहेगा...
रोक कर सवाल करने की; कोशिश क्यों हैं आपकी
हमे निकल जाने दो; राज़ तो खुलता रहेगा ...
Very nice
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